साल्हेवारा क्षेत्र में लगातार कई घंटो तक अधिक बारिस के कारण साल्हेवारा निस्तारी जलाशय के बांध का एक हिस्सा टूट गया। ग्राम के झोरी पारा और नाला के तटीय क्षेत्र मे बसे हुए घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। जिससे कुछ कच्चे मकान और अहाता क्षतिग्रस्त होकर गिर गया। घरों की सामग्री बह गई, परन्तु जिला प्रशासन की मुस्तैदी से सभी निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया।
कलेक्टर ने प्रत्येक पीड़ित के घर जाकर पूछा हाल-चाल
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बाढ़ की खबर सुनते ही अलर्ट जारी किया और पूरी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुँचे। सबसे पहले बचाव और राहत कार्य का जायजा लिया। बांध के टूटे हुए हिस्से में जाकर जलभराव की स्थिति का आँकलन किया। इसके बाद बाढ़ की पानी को पार करके निचली बस्ती के क्षतिग्रस्त घरों में गए। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने प्रत्येक पीड़ित के घर जाकर पूछा हाल-चाल और नुकसान का जायजा लिया। कलेक्टर ने बस्ती के पीड़ित बिहारी, रामबाई, सरवरी बाई, बंशीला, परदेशी, समारू निषाद, सुकन्या धुर्वे, पुरन पटेल, दिलीप पटेल, चैन पटेल सहित अन्य सभी लोगों के घर-घर जाकर स्थिति का निरीक्षण किया और तत्काल राहत शिविर में पहुँचाने के निर्देश दिए।
जिला में लगातार वर्षा के कारण बांध टूटने से बाढ़ की पानी से प्रभावित साल्हेवारा के निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति निर्मित हुई थी। इससे कच्चे मकानों को क्षति पहुँची है परंतु राहत की खबर यह है कि किसी प्रकार की जनहानि नही हुई। इस दौरान स्थानीय विधायक यशोदा नीलाम्बर वर्मा, कलेक्टर गोपाल वर्मा, एसपी अंकिता शर्मा सहित पूरा जिला प्रशासन को टीम मुस्तैदी के साथ राहत और बचाव कार्य मे जुट गई। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों के लिए साल्हेवारा मंगल भवन, रीपा के शेड और वन विभाग के गोदाम में ठहरने की व्यवस्था की है। इस दौरान उन्हें नाश्ता, गद्दे, चादर और कम्बल वितरित किया गया। खाने की पूरी व्यवस्था किया गया