झलमला और सहसपुर लोहारा में खुलेगा पोषण पुर्नवास केन्द्र
कलेक्टर श्री महोबे ने वनांचल क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि जारी करने के निर्देश
संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम होने पर जिले के 11 सेक्टर प्रभारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए
कवर्धा, 17 अगस्त 2023। कबीरधाम जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने एक्शन प्लान तैयार किया है। इस एक्शन प्लान के मुताबिक अब सहसपुर लोहारा और वनांचल के सबसे बड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में बच्चों में कुपोषण की दर को कम लाने के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र खोला जाएगा। दूसरे चरण में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा एवं आदिवासी बाहूल्य पंडरिया विकासखण्ड के कुकदूर और बोड़ला में भी खोलने के लिए कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने स्वास्थ्य विभाग से प्रस्ताव मंगाएं हैं। जिले में वर्तमान में पंडरिया और जिला अस्पताल में ही पोषण पुनर्वास केन्द्र एनआरसी संचालित हो रही है।
उल्लेखनीय है कि कबीरधाम जिले में कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को और प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया रहा है। जिले में पुट बारो सेरी बाढ़न एक अभिवन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के 63 विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बाहुल्य ग्रामों और उनके पारा मोहल्ले, टोला को चिन्हाकित कर प्रतिदिन गरम पका भेजना और अन्य पौष्टिक आहार खिलाया जा रहा है। इस अभिनव अभियान की बैगा जनजातीय के महिलाओं और पुरुषों से सराहना भी मिल रही है। कुपोषण के खिलाफ एकजुट भी हो रहे है।
कलेक्टर श्री महोबे ने वही दूसरी ओर जिले में संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम होने पर जिले के 11 सेक्टर प्रभारियों को शोकॉज नोटिस जारी करने के सख्त निर्देश दिए है। वह सेक्टर जिले के भिभोरी, मानिकचौरी, रणवीरपुर, पांडातराई, किशुनगढ़, मोहगांव, और अर्बन पीएसी, रक्से, इंदौरी, ओडिया खुर्द, और बम्हनी शामिल है। बैठक में बताया गया कि इस सेक्टर में संस्थागत प्रसव कम हुआ है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज स्वास्थ्य विभाग के काम काज की समीक्षा करते हुए योजनाओं की प्रगति एवं क्रियान्वयन की स्थिति की गहनता से समीक्षा की। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूर्यवंशी, डॉ केशव धुव्र, डीपीएम श्रीमती सृष्टि शर्मा, सहित समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी और बीपीएम उपस्थित थे।
कलेक्टर ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना की समीक्षा करते हुए इन दोनों योजनाओं को प्रभावी ढंग से संचालित करते हुए अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से एक ओर जहां बच्चों को कुपोषण से मुक्त दिलाना प्राथमिकता में है, तो वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना से अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है। कलेक्टर ने जिले के सहसपुर लोहारा और झलमला में शीघ्रता से पोषण पुनर्वास केन्द्र संचालित करने की सभी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा दूसरे चरण में और दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मे ंखोलने के लिए प्रस्ताव बनाने कहा है। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बाहूल्य ग्रामों और उनके आश्रित गांवों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने सभी ग्रामों मे शिविर लागाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के सख्त निर्देश दिए है। उन्होने मौसमी बीमारी और अन्य जलजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री महोबे ने जिले के दूरस्थ एवं वनाचंल क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सकों, स्टॉप नर्स, आरएमए को मिलने वाली सीआरएमसी प्रोत्साहन राशि जारी करने के सख्त निर्देश दिए है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डॉ सुर्यवंशी ने बताया कि लंबित सभी प्रकरण को तेजी से निराकरण कर लिया जाएगा। उन्होने बताया कि बोड़ला विकासखण्ड के 36 स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए 408772 रूपए जारी की जा रही है। इसी प्रकार अन्य दूरस्थ क्षेत्रों के लंबित प्रकरणों को निराकरण किया जाएगा।
*जिले में मलेरिया धनात्मक मरीजों की संख्या में आई कमी*
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने मलेरिया उन्मूलन अभियान और टीबी बीमारियों के रोकथाम के कामकाज की समीक्षा की। बैठक में मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूर्यवंशी ने बताया कि जिले में मलेरिया रोकथाम अभियान में काफी सफलता मिली है। जिले में मलेरिया धनात्मक मरीजों की संख्या में कमी आई है। पहले जिले में मलेरिया धनात्मक मरीजों की प्रतिशत 0.44 था जो घटकर 0.08 हो गया है। लगातार अभियान जारी है। इसी प्रकार टीबी मरीजों के देखभाल और उन्हे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और उनके लिए अतिरिक्त पोषण आहार कीट प्रदाय की जा रही है। इसके लिए जिले के समाजिक संगठनों से भी सहयोग मिल रहा है। बैठक में बताया गया कि जिले में हेल्थ वेनलेस सेन्टर में बीमारियों के प्रभावी रोकथाम के अलावा बीमारियों से बचने जैसे अलग जागरूकता अभियान की सक्रियता बढ़ी है।