*डॉ विनोद चंद्रवंशी ( खण्ड चिकित्सा अधिकारी पिपरिया, कवर्धा)* का कहना है कि
अभी हॉस्पिटल आने वाले मरीजो मे बहुत अधिक संख्या आँख के संक्रमण वाले मरीजो की है ये बीमारी बहुत तेजी के साथ एक व्यक्ति से दूसरे मे फैलता हैं अभी जो आँख की बीमारी फैल रही है उसे कंजंक्टिवाइटिस कहते है| कंजंक्टिवाइटिस आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना या पिंक आई भी कहते हैं। स्कूल कॉलेज जाने वाले और भीड़ मे जाने वाले लोग अधिक जोखिम मे है|
*कंजंक्टिवाइटिस के कारण*
अभी जो संक्रमण फैला हुआ है वह वायरल कंजंक्टिवाइटिस है इसलिए तेजी से फैल रहा है, कुछ लोगो मे बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण भी दिखे है।
*कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण*
आंखों में खुजली,
जलन और लालिमा
आंखों में अत्यधिक आंसू
आंखों से मवाद निकलना
पलकों का चिपकना (खासकर सुबह के समय में
*कंजंक्टिवाइटिस से बचाव*
बार-बार हाथों को धोना, आंखों को छूने या रगड़ने से बचना तौलिया, बेडशीट, तकिया को गर्म पानी और डिटर्जेंट में धोएं, उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें, आदि कुछ सावधानियों को अपनाकर इस स्थिति से काफी हद तक बचा जा सकता है।
*कंजंक्टिवाइटिस का इलाज* *डॉक्टर विनोद चंद्रवंशी* का कहना है कि
इसके हल्के मामलों में अक्सर उपचार की जरूरत नहीं होती है। यह कंजंक्टिवाइटिस के विभिन्न प्रकार के आधार पर कुछ समय के बाद अपने आप ठीक हो जाता है|डॉक्टर एंटीबायोटिक आई ड्रॉप या मलहम लिख सकता है।